दीपावली तक तोहफा के रूप में मिल सकता है जनता को एनएच 19 पर बघौला का फ्लाईओवर

Baghola Flyover on NH 19 as a Gift by Diwali
केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने एनएचआई अधिकारियों को दिए निर्देश
पुल के निर्माण कार्य को गति देने में जुटे अधिकारी
दिसंबर तक का रखा गया था पुल निर्माण का लक्ष्य
पलवल। दयाराम वशिष्ठ: Baghola Flyover on NH 19 as a Gift by Diwali: राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच 19 पर लंबे समय से झेल रहे जाम के झाम से वाहन चालकों को राहत मिलने की उम्मीद बंधी है। केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर ने लोगों की दिक्कतों को देखते हुए राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे बघौला पुल निर्माण में तेजी लाएं, ताकि दीपावली पर फ्लाइओवर वाहनों के लिए शुरू किया जा सके। इसके साथ ही एनएचएआई अधिकारी पुल निर्माण को गति देने में जुट गए हैं। सब कुछ ठीक रहा तो हाइवे पर दीपावली पर बघौला के पुल को तोहफा के रूप में जनता को सौंप दिया जाएगा।
दिल्ली से आगरा के बीच हाइवे पर सबसे लंबा है बघौला का यह पुल
बघौला का यह पुल दिल्ली आगरा के बीच एनएच 19 पर करीब 2 किलोमीटर लंबा पुल है, जिसमें चार अंडरपास बनाए गए हैं। पहला अंडरपास नूर ब्रह्म कंपनी, दूसरा अंडरपास जनौली मोड, तीसरा अंडरपास बघौला गांव में कौशल विकास यूनिवर्सिटी मोड़ पर, चौथा अंडरपास देवली मोड पर बनाया गया है। पुल की लागत 45 से 50 करोड़ के बीच है। जिसका निर्माण कार्य जून 2023 में केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने आधारशिला रखकर शुरू किया गया था। इस पुल के शुरू होने से जहां इलाके का औद्योगिक विकास गति पकड़ेगा, वहीं हाइवे का सफर भी सुहाना व जाम मुक्त होगा।
दिसंबर तक का रखा गया था पुल निर्माण पूरा करने का लक्ष्य
राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण दिल्ली आगरा के परियोजना निदेशक धीरज सिंह का कहना है कि पुल निर्माण कार्य शुरू करने का लक्ष्य दिसंबर 2025 है, लेकिन उनका प्रयास है कि जल्द जल्द इसका कार्य पूरा कर लिया जाए। तारकोल उक्त सड़क का काम तेजी से चल रहा था, लेकिन बारिश आने से काम में रुकावट आ गई। मौसम ने साथ दिया तो तेज गति से कार्य किया जाएगा।
लंबे समय से झेलना पड़ रहा है जाम
पुल निर्माण के चलते लंबे समय से दिल्ली आगरा राजमार्ग पर वाहन चालकों को लंबा जाम का झाम झेलना पड रहा है। जाम के चलते 5 मिनट का सफर तय होने में घंटों का समय लग जाता है। इससे यहां हर समय दुर्घटना का खतरा बना रहता है। पुल के दोनों तरफ पानी आ जाने से सर्विस रोड पूरी तरह से क्षतिग्रस्त है जिस कारण वाहन चालकों को गड्ढों से निकलते वक्त जहां दुपाहिया वाहन चोटिल होते रहते हैं, वहीं गाडिय़ां भी क्षतिग्रस्त होती रहती है। सुबह व शाम के वक्त तो सफर और भी जोखिम भरा बना रहता है। इससे नौकरीपेशा वालों को भारी परेशानी का सामना करना पडता है। राष्ट्रीय राजमार्ग पर लंबे जाम को देख वाहन चालक उल्टी दिशा में दौड़ने शुरू हो जाते हैं। इससे जाम की स्थिति और भी गंभीर बनी रहती है।
जाम से बचने के लिए रूट बदल चलने को मजबूर रहते हैं वाहन चालक
हाईवे के जाम से बचने के लिए फरीदाबाद से पलवल की ओर जाने वाले वाहन पृथला से डायवर्ट होते हुए दूधौला, आल्हापुर व पातली होते हुए अपने गंतव्य तक पहुंचने का प्रयास करते हैं। ऐसे में अनजान वाहन चालक गांव के अनजान रास्तों में फंसकर रह जाते है। कुछ वाहन चालक बघौला के जाम से बचने के लिए पृथला से ततारपुर होते हुए बघौला गांव की फिरनी से होते हुए हाईवे तक पहुंचते हैं, ऐसे में वाहन चालक गांव के जाम में ही फंस जाते हैं। सबसे ज्यादा परेशानी स्कूली बच्चों को झेलनी पड रही है, उन्हें स्कूल जाने के लिए घर से काफी समय पहले निकलना पडता है, बावजूद वे जाम के झाम में फंसकर स्कूल देरी से पहुंच पाते हैं।
जाम में फंसी एंबुलेंस में मरीज रहते हैंं बेहाल
यूपी, राजस्थान समेत दूर दराज के अन्य राज्यों के अलावा पलवल, होडल, नूंह की ओर से गंभीर मरीजों को इलाज के लिए फरीदाबाद व दिल्ली के अस्पतालों को ले जाया जाता है। ऐसे में गंभीर रूप से मरीजों की जान बचाने के लिए एक एक मिनट कीमती होता है, लेकिन जाम में फंसे एंबुलेंस में तडपते मरीज व उनके परिजन शासन व प्रशासन को कोसते हुए गुजरते हैँ। केद्रीय्र राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने लोगों की इन सभी समस्याओं को देखते हुए राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि पुल का निर्माण कार्य किसी भी सूरत में दिवाली से पहले होना चाहिए। केंद्रीय राज्य मंत्री की ओर से मिले इस स्पष्ट निर्देश से पलवल वासियों के चेहरे खिल उठे हैं।